Tuesday 6 March 2012

HINDI BOOK

रमज़ान के छूटे हुए रोज़ों की क़ज़ा करने की नीयत से शक के दिन रोज़ा रखना

शीर्षक: रमज़ान के छूटे हुए रोज़ों की क़ज़ा करने की नीयत से शक के दिन रोज़ा रखना
भाषा: हिन्दी
मुफ्ती : मुहम्मद सालेह अल-मुनज्जिद
अनुवादक : अताउर्रहमान ज़ियाउल्ला
के प्रकाशन से : इस्लामी आमन्त्रण एंव निर्देश कार्यालय रब्वा, रियाज़, सऊदी अरब
संछिप्त विवरण: मुझे इस बात की जानकारी है कि नबी सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम ने शक के दिन रोज़ा रखने से रोका है, इसी तरह रमज़ान के महीने से एक - दो दिन पहले रोज़ा रखने से भी मना किया है। किन्तु क्या मेरे लिये इन दिनों में पिछले रमज़ान के कुछ छूटे हुए रोज़ों की क़ज़ा करना जाइज़ है ?

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